उनका जीवन पवित्रता, उनका धर्म निष्ठा, वो है सत्य संधान, वो है पार्थ समान। ज्ञान का अभिमान नहीं, बल्कि अभिमान का ज्ञान था उन्हें, भक्ति और श्रद्धा भरी है, मेरे भगवान राम की, हर इक तस्वीर। हिंदू लूनी-सौर कैलेंडर के अनुसार, आज से 8 दिन पहले नवरात्रि शुरू हुई थी। और आज, नौवें दिन, भगवान राम का जन्मदिन है। भगवान राम, भगवान विष्णु के अवतार हैं। माता, सीता धन और समृद्धि की देवी- लक्ष्मी की अवतार हैं।
चैत्र कृष्ण पक्ष की नवमी को, सरयू नदी के किनारे बसी अयोध्या की नगरी में, राजा दशरथ के घर, एक राजकुमार पैदा हुआ। विलासता और आनंदपूर्ण जीवन का हकदार था, लेकिन किस्मत को, मानो कुछ और ही मंजूर था। यह राजकुमार, राज्य और सिंहासन से निर्वासित कर दिया गया, और यूं भगवान राम, निकल पड़े सालों के वनवास पर। जंगलों में भटकते रहे, कई मुश्किलें आई, सीता माता का अपहरण भी हुआ। अपने प्रेम को बचाने के लिए, लंका नरेश- रावण से भी लड़े।
माता सीता का साथ और विश्वास था, तो हर मुश्किल से निकल गए। लेकिन जब, युद्ध जीतकर, माता सीता के साथ, घर वापसी हुई। तो इस बार, जिंदगी अपनी सबसे बड़ी चुनौती लेकर, भगवान राम के सामने खड़ी थी। राज्य और प्रजा की खुशी के लिए, माता सीता का वियोग देखना पड़ गया। नम्रता और कोमलता से परिपूर्ण- भगवान राम, हर दर्द खामोशी से सहते रहे, लेकिन हमेशा अटल और सच्चे बने रहे। द रेवोल्यूशन-देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से, आप सभी को, रामनवमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। प्रेम के प्रतीक, हे अयोध्या के स्वामी, हमारे प्यारे राम, हमें अपने प्रेम और अनंत करुणा से आशीर्वाद दो।